"प्यार कभी किसी के बस में नहीं होता, और यही ध्रुव राठौर के साथ हुआ, जो अपने बिजनेस के लिए मशहूर था, लेकिन दिल के मामले में बिल्कुल खाली था। उसकी जिंदगी में सिर्फ दौलत और ताकत का मोल था, लेकिन जब उसने आरोही को पहली बार देखा, तो उसे अपने दिल की धड़कनों का एहसास हुआ। आरोही, जो चुलबुली और मासूम थी, अपनी खुशमिजाजी से हर किसी का दिल जीत लेती थी। ध्रुव का घमंड और उसकी अनकही बातें आरोही को उसकी ओर खींचने लगीं लेकिन क्या प्यार इस रुखे और सख्त बिज़नेसमैन को बदल पाएगा, या आरोही का मासूम दिल टूट जाएगा। जानने के लिए पढ़िए "ये रिश्ता अंजना सा"।
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